Book Title: Abhidhan Rajendra Koshme Sukti Sudharas Part 06
Author(s): Priyadarshanashreeji, Sudarshanashreeji
Publisher: Khubchandbhai Tribhovandas Vora
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भाभयान राजेन्द्र को पक्ष
किसका
131
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301
71. मज्झत्थो निज्जरापेही । 180. महब्भयाओ भीमाओ। 186. ममत्तं छिदइ ताहे। 192. ममत्तबंधं च महब्भयावहं ।
मन्यते यो जगत्तत्वं । 222. मणुगयाणं वंदणिज्जं । 253. ___ मरणस्य मूलं दुःखं । 497. मणोगयं वक्कगयं । 566. महुमज्जमंस भेसज्जमूल !
198.
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327
337
1166 1208
150
6
114 माणुस जाइ बहुविचिता 132. माया विजएणं उज्जुभावं जणयइ । 143. माणुसत्ते असारम्मि । 310. माता भूत्वा दुहिता । 314. 'मातुः पुरो मातुलवर्णनं तत्' । 321. माया मे ति पिया मे । 469. मा गलियस्सेव कसं । 471. माय चंडालियं कासी । 547. माणं ण सेवेज्ज पगासणं च ।
594 697. 725 1160 1160 1179
39. मुणी ण मिज्जइ । 197. मुणी मोणं समायाय धुणे । 414. मुसावाओ उ लोगम्मि सव्व । 202. मुत्तीएणं अकिंचणत्तं जणयइ । 418. मुच्छा परिग्गहो पुत्तो । 457. मुहरी निक्कसिज्जइ । 519. मुहत्तदुक्खाउ हवंति कंटया ।
6 107
309 6887 6 318 6 887
1158 6 1173
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6 • 230
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