Book Title: Abhidhan Rajendra Koshme Sukti Sudharas Part 06
Author(s): Priyadarshanashreeji, Sudarshanashreeji
Publisher: Khubchandbhai Tribhovandas Vora

Previous | Next

Page 236
________________ सूक्ति 400. पुणो पुणो गुणासए । 476. पुट्ठो वा नाऽलियं वए । 492. पुत्तो मे भाय नाइति । 377. पूढो छंदा इह माणवा । 43. 196. सक्ति का अश 19. प्रत्याहृत्येन्द्रिय-व्यूहं । 451. प्रायेणाधममध्यमोत्तम । 227. 44. 136. 169 164. 384. 464. 490. पंडियाणं सकामं तु । पंतं लूहं सेवंति वीरा सम्मत्तंदंसिणो । प्र प्रियं सत्यं वाक्यं हरति । 487. फरुसमप्पणुसासणं । 296. बहुजणस्स नेयारं । 466. बहुयं माय आलवे । पू प्रा प्रि फ बा बालाणं अकामं तु मरणं । बाह्येन्द्रियाणि (कर्मेन्द्रिय) संयम्य । | हिंसा बालुया कवले चेव । भावे अप्पाणं । अभिधान राजेन्द्र कोष भाग पृष्ठ 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 6 806 1161 1165 743 117 309 47 1144 328 सह संसगिंग । बालं सम्म सातो । अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6 228 1164 463 1160 117 278 295 295 747 1160 1165

Loading...

Page Navigation
1 ... 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312