Book Title: Vaidyavallabh
Author(s): Hastikruchi Kavi
Publisher: Hastikruchi Kavi
View full book text
________________ (26) वैद्यवल्लभ / भषाटीका // इलायची जायफल नीलाथोथौ ये बराबर भागलै गायके घीमें मिलाय लेप करसों हस्तिकवि कहैहैं कि विस्फोटकवण दूर होई // 25 // अथ विस्फोटकरोगे गुटी / / गुटी स्नुह्याश्च दुग्धेन पिष्ट्वा जीरकतन्दुलान् // -पथ्यायुक्तेन पानाच्च विस्फोटकरुज हरेत् // 26 // ___ भाषाटीका / थूहरके दूधके संग जीरौ चावल पीस वामें हरड मिलाय गोली खाय तो विस्फोटकको दर्द दूर होई / / 26 // अथ पामारोगे लेपः // सिन्दूरं गंधकं तुत्थं सूतं धात्री विमर्दयेत् // गोघृतेनकृताल्लेपात्पामागच्छति सत्वरम् // 27 // भाषाटीका सिन्दूर गंधक नीलाथोथौ पारौ आवरे इनको गौके घीमें मर्दनकर लेप करवेसों पामा जल्दी जाय२७।। पुनः॥ दद्रुघ्नं तंदुलालाक्षा गोतकेणच मर्दयेत् // पश्चादालेपतो हन्ति पामादद्रुवणव्यथाम् // 28 // भाषाटीका // पवारके बीज, चावल, लाख, इनको गौकी छाछमें मर्दन करे पीछे लेप करे तो पामा दाद फोडा की पीडा मिटै॥ 28 // अथ रक्तपित्तरोगे उपचारः॥ मृततालं शुभं नीत्वा शिरसमन्वितम् //
Page Navigation
1 ... 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78