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अड्ढाइजेसु सूत्र
सूत्र परिचय:
इस सूत्र द्वारा साधुओं को वंदन किया जाता है, इसलिए इस सूत्र का दूसरा नाम 'साहुवंदनसुत्तं' है । संयम जीवन का स्वीकार किए बिना सांसारिक दुःख से मुक्ति एवं आध्यात्मिक सुख की प्राप्ति नहीं होती और संयम जीवन जीने की शक्ति संयमी आत्मा के दर्शन, वंदन के बिना प्राप्त नहीं हो सकती । इस शक्ति को प्राप्त करने के लिए ही इस सूत्र में संयम-जीवन का यथायोग्य निर्वाह करनेवाले साधु भगवंतों की वंदना की गई है ।
चौदह राजलोक प्रमाण लोक में मनुष्य, मात्र ढाई द्वीप में ही होते हैं और उनमें भी जिसे धर्म की प्राप्ति हो सके, ऐसे मनुष्य मात्र पंद्रह कर्मभूमिओं में ही रहते हैं । इसलिए इस सूत्र में क्षेत्र से इन स्थानों में रहनेवाले, द्रव्य से रजोहरण, पात्र और गुच्छा को धारण करनेवाले, भाव से पाँच महाव्रत तथा १८००० शीलांग को धारण करनेवाले और काल से वर्तमान में विचरनेवाले, भूतकाल में हुए एवं भविष्य में होनेवाले