Book Title: Sukhi Hone ka Upay Part 2 Author(s): Nemichand Patni Publisher: Todarmal Granthamala Jaipur View full book textPage 4
________________ २ ( आत्मा की अन्तर्दशा, तत्व निर्णय एवं भेद विज्ञान ) विषय सूची विषय अपनी बात सास्संक्षेप सुखी होने का उपाय भाग एवं पाँच लब्धियाँ क्षयोपशमलब्धि विशुद्ध लब्धि प्रायोग्यलब्धि मोक्षमार्ग की प्रगटता में पाँच लब्धियाँ दुःख, सुख तथा धर्म की परिभाषा धर्म का सरल मार्ग प्राप्त करने की जिज्ञासा धर्म प्रगट करने का पात्र जीव करण लब्धि पाँच लब्धियों का संक्षेप तत्त्वनिर्णय - Jain Education International देशना (उपदेश) कहाँ से प्राप्त हो ? ज्ञानी पुरुष के अभाव में यथार्थ निर्णय कैसे हो ? यथार्थ देशना प्राप्त करके भी निर्णय यथार्थ कैसे किया जावे ? निर्णय करना आवश्यक क्यों ? तत्त्व निर्णय करने की विधि अध्ययन पाँच प्रकार से पृष्ठ संख्या 1 से 6 7 से 12 For Private & Personal Use Only 1 4560σ = 8 9 11 12 15 18 20 22 www.jainelibrary.orgPage Navigation
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