Book Title: Shrutsagar 2015 01 02 Volume 01 08 09
Author(s): Hiren K Doshi
Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba

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Page 45
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra श्रुतसागर ३. कालापकवृत्ति - प्रथमा ४. द्वितीया वृत्तिस्तु ५. परिभाषावृत्तिग्रन्थ ६. उपनिबन्ध पंजि (का) विद्यानन्द ७. ८. प्रमेयपद्यावली ९. धातुपारायण १०. लिंगानुशासन टीका ११. हलायुध टीका १२. कातंत्र दीपिका १३. विचित्रढूंढादुर्ग टी. १४. अमरकोश टीका www.kobatirth.org २१. कृद्वाक्य २२. उणादिवाक्य - अन्येपि बहव उपनिबन्धाः सन्ति । 43 - १५. अमरकोशसूत्र १६. धर्मघोषकृत कातंत्रभूषण १७. अत्रैवकातंत्रविस्तरसंज्ञकव्याकरणं कृतं सूत्रं १८. टीका १९. श्री राजशेखरसूरिकृतं वृत्तित्रयनिबद्धं ढूंढं सहस्र २०. आख्यातस्यैवोपरि - रोहिलु पाछडु ढेचड टीप्पणानि ३ उच्छिन्नानि । - कालापकसूत्रकर्ता शर्ववर्मा, वृत्तिकर्ता दुर्गसिंहो वररुचिश्च । २३. सारस्वतव्याकरणं सूत्र २००० सालवाहननृपकृतं । २४. सज्जनरंजनव्याकरणं -सूत्रादि एवंकारक Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir For Private and Personal Use Only जनवरी-फरवरी - २०१५ ११० १५०० १००० ९०००, त्रिलोचनकविः १२००० १५००० ५००० २००० ५००० १५००० १२००० १२००० २२०० २४००० १३०० १३००० ७ ८००० | १५०० १५०० १५०, वृत्ति १५००० ग्रंथ |

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