________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 80 SHRUTSAGAR January-February - 2015 कार्यक्रम के सप्तम दिवस दीक्षा कल्याणक महोत्सव मनाया गया जिसमें, वरघोडा के साथ भैरुजी की रथयात्रा निकाली गई, दिन में 108 नाकोड़ा पार्श्व भैरव पूजन तथा सायंकाल में भक्ति संध्या का आयोजन किया गया. . प्रतिष्ठा महोत्सव के अष्टम् दिवस जो कार्यक्रम का मुख्य दिन था, उस दिन प्रतिष्ठाचार्य राष्ट्रसन्त प. पू. आचार्यदेव श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. के साथ प. पू. गच्छाधिपति आचार्यदेव श्री जिनकैलाशसागरसूरीश्वरजी म. सा., पद्मगौरव प. पू. आचार्यदेव श्री वर्धमानसागरसूरीश्वरजी म. सा., प. पू. आचार्यदेव श्री देवेन्द्रसागरसूरीश्वरजी म. सा., प. पू. आचार्यदेव श्री हेमचंद्रसागरसूरीश्वरजी म. सा., प. पू. आचार्यदेव श्री विवेकसागरसूरीश्वरजी म. सा., प. पू. आचार्यदेव श्री विमलसागरसूरीश्वरजी म. सा., प. पू. आचार्यदेव श्री रविशेखरसूरीश्वरजी म. सा., प. पू. आचार्यदेव श्री रैवतसूरीश्वरजी म. सा., प. पू. आचार्यदेव श्री आनन्दघनसूरीश्वरजी म. सा., महोपाध्याय श्री ललितप्रभसागरजी म. सा., श्री चंद्रप्रभसागरजी म. सा., गणिवर्य श्री प्रशांतसागरजी म. सा. आदि अनेक श्रमणश्रमणियों की पावन निश्रा एवं बड़ी संख्या में पधारे श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति में शुभ लग्न में प्रतिष्ठा, ध्वजारोहण, स्वर्ण कलश स्थापना आदि विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न हुआ. दिन में अष्टोत्तरी शान्ति स्नात्र बड़ी पूजा की गई. इस कार्यक्रम के साथ अभिनन्दन समारोह का भी आयोजन किया गया, जिसमें विशिष्ट महानुभावों को सम्मानित किया गया. संध्या में भक्ति संगीत का कार्यक्रम हुआ. अन्तिम दिन प्रातःकाल में द्वारोद्घाटन किया गया तथा सत्तरभेदी पूजा. की गई. सभी कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक धार्मिक वातावरण में सम्पन्न हुए. इस पावन अवसर पर देश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में देव-गुरु-तीर्थ भक्त पधारे थे. संपूर्ण तीर्थ को रंग-बिरंगे ध्वज-पताके, रोशनी आदि से सजाया गया था. महोत्सव में भाग लेने हेतु आए सभी महानुभावों के लिये आवास एवं भोजन की बहुत ही सुन्दर व्यवस्था की गई थी. For Private and Personal Use Only