Book Title: Shravak Ke Barah Vrat
Author(s): Mangla Choradiya
Publisher: Samyaggyan Pracharak Mandal

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Page 30
________________ 11. क्षेत्र-खेतीबाड़ी की जमीन, खाली प्लॉट, बाग-बगीचे, कुए, बावड़ी है आदि यदि रखना पड़े तो बीघा ( ) तक अथवा गिरवी रखना पड़े तो बीघा ( ) तक की मर्यादा करता/करती हूँ।, 2. वास्तु-घर, दुकान, ऑफिस, गोदाम, बाड़ा, मिल, कारखाने नग ( ) से ज्यादा नहीं रसुंगा/रलूँगी। गिरवी रखना हो तो ( ) से ज्यादा नहीं रखूगा/रलूँगी। 3. धन-सोना, चाँदी आदि तथा रुपये, पैसे आदि रोकड़ मेरे नाम पर कुल सम्पत्ति रु. ( ) से ज्यादा नहीं रखूगा/रलूँगी। 4. धान्य-चौबीस प्रकार का अनाज एक वर्ष के लिए ( ) से ज्यादा नहीं रखूगा/रलूँगी और व्यापार के निमित्त एक वर्ष में ( ) से ज्यादा नहीं रलूंगा/रलूंगी। 5. दुपद-घर काम के लिए तथा व्यापार के लिए नौकर-नौकरानी, ___मुनीम वगैरह वर्ष में ( ) से ज्यादा नहीं रखूगा/रलूँगी। 6. चतुष्पद-गाय, भैंस, घोड़ा, ऊँट, बैल, बकरी आदि चार पाँव वाले ____ जानवर ( ) से ज्यादा नहीं रखूगा/रलूँगी। 7. हिरण्य-सुवर्ण-सोना ( ), चाँदी ( ), हीरा, पन्ना, माणिक, मोती आदि जवाहरात ( ) से ज्यादा नहीं रसुंगा/ ___ रसूंगी। 8. कुविय धातु-ताम्बा, पीतल, स्टील, कांस्य, लोहा आदि ( ) से ज्यादा नहीं रगूंगा/रलूँगी। 9. वाहन-कार, जीप, ट्रक, स्कूटर, रिक्शा, साईकल आदि ( ) से ज्यादा नहीं रखूगा/रलूँगी। 10. वी.डी.ओ., टी.वी., फ्रीज, अलमारी इत्यादि आधुनिक घरेलू सामान ( ) का रखने, मील, जीन, प्रेस आदि रखना पड़े तो नग ( ) से ज्यादा नहीं रखूगा/रलूंगी। (25)

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