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स्थापना होना निश्चित किया गया। उदयपुर विश्वविद्यालय जैन चैयर ( शोध संस्थान ) हेतु अखिल भारतीय स्थानकवासी समाज ने 2 लाख रुपये का अनुदान भेंट और एक लाख रुपये की सहायता राज्य सरकार ने देना निश्चित किया।
___ 'राजस्थान जैन संस्कृति ग्रन्थ' जिनवाणी का विशेषांक प्रकाशित हुआ । नाकोड़ा तीर्थ में ग्रामीण पुस्तकालय की स्थापना का निर्णय लिया गया। उदयपुर में 'महावीर-स्मारक निर्माण' बाबत निश्चित हुआ। जयपुर में विकलांगों के लिये 'भगवान् महावीर विकलांग समिति' की रचना हुई जिनका उद्देश्य विकलांगों को कृत्रिम अंग मुफ्त बिठाकर देने का है । इस निमित्त 2 लाख रुपये राज्य सरकार और 3 लाख रुपये जैन समाज ने सहायतार्थ दिये। जिला बाड़मेर में अन्य भव्य प्रायोजना लगभग 60 लाख की जनहित के लिये बनी जिसमें बाड़मेर, जैसलमेर, सड़क पर 'भगवान महावीर विश्रामगृह' का निर्माण, 6 लाख खर्चे पर भगवान महावीर ओडिटोरियम (रंगमंच) बालोतरा में भगवान महावीर सरकारी दवाखाना', सार्वजनिक चिकित्सालय तथा बाल विकास केन्द्र आदि की 8 लाख की योजना बनी। बोकानेर में 'महावीर वाटिका' बनी जिसमें भगवान महावीर के उपदेश शिलालेख पर अंकित होंगे, गंगा शहर में 'महावीर होम्योपेथिक चिकित्सालय,' ब्राहमणवाड़ा में आधा करोड़ धन से महावीर मिशन होस्पिटल की योजना बनी तथा 27 मई से 16 जून 1975 तक विदुषी साध्वी श्री निर्मलाश्रीजी को निश्रा में कन्या शिविर श्री पुखराज जी सिंघी को अध्यक्षता में लगा। खोमेल में 12 फीट ऊँचा कीति-स्तम्भ निर्मित हुआ । जोधपुर में 1 महावीर बालिका उच्च विद्यालय स्थापित करने का निश्चय हुमा और भैरू बाग में 2.6 मई से 16 जून 1974 तक पूज्य साध्वी श्री निर्मलाश्रीजी के सान्निध्य में कन्या शिविर का कुमारी पन्ना बहन पी.शाह द्वारा संचालन हुा । केसरिया जी तीर्थ ऋषभदेव में 'भगवान महावीर कीर्ति स्तम्भ', सवाई माधोपुर में 'श्री महावीर धर्म प्रचार संघ' और सुमेरपुर में 'लोर्ड महावीर होस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर' 3 करोड़ लागत का निर्माण होने के निर्णय लिये गये । लाडनू में 'जैन विश्व भारती' का उद्घाटन तत्कालीन उपराष्ट्रपति श्री बी. डी. जत्ती
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