Book Title: Shraman Parampara Ki Ruprekha
Author(s): Jodhsinh Mehta
Publisher: Bhagwan Mahavir 2500 Vi Nirvan Samiti

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Page 81
________________ [67] समिति द्वारा नक्खी झील पर नगरपालिका श्राबू द्वारा प्रदत्त चट्टान भूमि पर एक सुन्दर कलात्मक भगवान् महावीर स्तंभ का रुपया 17001 ) में शिल्पी श्री काशीराम वी. दवे से निर्माण कराया गया जिसका उद्घाटन तत्कालीन जिलाधीश श्री तुलसीराम अग्रवाल ने दिनांक 12-11-75 ई. को विधिवत् किया । इस संगमरमर के स्तंभ के एक ओर जैन प्रतीक धौर तीन और मूल प्राकृत, हिन्दी गुजराती और अंग्रेजी में भगवान् महावीर के धर्मोपदेशक प्रति कराये गये । पर्यटन स्थल होने से हजारों यात्री इस प्रमुख स्थान पर आकर भगवान महाबीर की वारणी को पढ़ते हैं और लाभ उठाते हैं, समिति ने भगवान् महावीर स्तम्भ को, सुरक्षा और संरक्षरण निमित्त नगरपालिका माउण्ट आबू को उद्घाटन के अवसर पर अर्पण कर दिया । समिति ने जीव रक्षः, पशु शिकार और वन रक्षा, हरे वृक्ष कटाई के विरोध में भाबू पर साइन बोर्ड लगाये और स्थानीय ब्लाइण्ड स्कूल के अध जनों को गर्म स्वेटर तथा जनरल हास्पिटल के रोगियों को ऊनी कम्बलें भी इस वर्ष में वितरण की गई । समिति ने गत महावीर जन्म कल्याणक दिवस महावीर जयन्ती चैत्र शुक्ला 13 वि. सं. 2034 दिनांक 2-4-1977 ई. को नगरपालिका माउण्ट आबू के पुस्तकालय में माउण्ट श्राबू की समाज सेविका श्रीमती कुर्मी महरबानजी के वरद हस्तों से 'भगवान् महावीर कक्ष' का उद्घाटन कराया । इस कक्ष हेतु, शान्ति सदन ट्रस्ट की ओर से 5000 रुपये एवं समिति की 238) 25 रुपये की सहायता मिली जिससे पुस्तकें, अल्मारियाँ श्रादि खरीदी गई । भगवान् महावीर के जीवन, उपदेश श्रौर सिद्धान्त पर, हिन्दी, अंग्रेजी में आधुनिक ढङ्ग की पुस्तकों का कुछ साहित्य उपलब्ध कराया गया है । समिति को भगवान् महावीर स्तंभ निर्माण कराने और विविध प्रवृतियों के संचालन में जैन यात्रियों, प्रमुख जैन भाईयों, प्रमुख जैन संस्थानों, जयपुर के धनी मानी व्यक्तियों श्रौर श्री शान्तिदेव सेवा समिति बम्बई से विशिष्ट धन राशि भेंट में मिली है जिसके लिये समिति के सदस्य उनका आभार मानते हैं । यदि विशेष सहयोग नहीं मिलता तो समिति माउण्ट श्राबू पर भगवान् महावीर के 2500 वां निर्वाण महोत्सव के शुभ कार्य संपादन करने में असफल रहती । Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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