Book Title: Shraman Parampara Ki Ruprekha
Author(s): Jodhsinh Mehta
Publisher: Bhagwan Mahavir 2500 Vi Nirvan Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 91
________________ [77] 4. अंग्रेजी में प्रशस्ति स्तम्भ की इस प्रकार से लिखित है Bhagwan Mahavir 2500Th Nirwan Mahotsava Samiti Mt. Abu, got constructed 'Bhagwan Mahavir Stambh' by the Architect Kashi Ram B. Dave, at the cost of Rs. 17001 / - on Nakhi Lake, in the year Vir Samvat 2502 (V. S. 2302) It was dedicated to Municipal Board Mount Abu, After Its Inauguration By Shri Tulsi Ram Collector Sirohi, on 12th Nov. 1975 A. D. Kartik Sudi 9. 5. भगवान् महावीर स्तम्भ का अंग्रेजी भाषान्तर के निम्न शब्द दर्ज हैं'Bhagwan Mahavir Pillar' 6. अन्तिम आबू की वन विशेषताओं के रूप में खजूरों का समूह और उनके 1 मध्य में वन प्राणी - सिंह और गाय को एक जल-भाजन से जल पीते हुए प्रदर्शित किया गया हैं जो दृश्य वैर-विरोध के शमन का सूचक है । भगवान महावीर स्तम्भ के पश्चिम भाग पर क्रमशः निम्नांकित प्रक्षर और आकार बने हुए हैं 1. शिखर के बाह्य भाग की ओर सिंह का आकार और उसके नीचे 'धर्मशब्द अंकित है । चक्र के वृत्त में अहिंसा 2. तत्वार्थ सूत्र का पहला श्लोक मूल संस्कृत भाषा में निम्न शब्दों में लिखित है । 'मम्यग् - दर्शन - ज्ञान - चारित्राणि मोक्ष मार्ग: ।' 3. जैन धर्मोपदेश मूल पाठ प्राकृत भाषा में निम्नांकित है जैन धर्मोपदेश (मूल पाठ) धम्मो मंगलमुक्किट्ठ, अहिंसा संजमो तवो । देवावि तं नमसंति जस्स धम्मेसया मरणो ॥ - दशवैकालिक 11 चत्तारि धम्मदारी खंती, मुती, अज्जेव, मद्दवे । स्थांनाग 414 Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108