Book Title: Shraman Parampara Ki Ruprekha
Author(s): Jodhsinh Mehta
Publisher: Bhagwan Mahavir 2500 Vi Nirvan Samiti

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Page 108
________________ . "भगवान् महावीर 2500वाँ निर्वाण महोत्सव समिति प्राबू पर्वत की ओर से जो भी कार्य हुअा इसमें दानदातामों का योगदान तो है ही इसके अलावा इस समिति के अध्यक्ष स्व. श्री जोधसिंह मेहताजी का विशेष एवं उल्लेखनीय योगदान रहा। आप मन, वचन व कर्म से जोवन पर्यन्त महावीर भक्त रहे। अापने इस अधिक उम्र में चीफ मैनेजर श्री देलवाड़ा जैन मन्दिर के कार्य की व्यस्तता के उपरांत अथक परिश्रम कर महावीर स्तम्भ का निर्माण गांधी वाटिका, नक्खी झोल प्राबू पर्वत पर करा कर महावोर भक्ति व कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया। - पुस्तक भापके हाथों ही लिखी गई; किन्तु दुःख है कि छप कर पाने से पहले पाप इसे देख न सके पौर स्वर्ग सिधार गये / उन्हें समिति के सदस्यों को प्रोर से श्रद्धाञ्जलि अर्पित है।" Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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