Book Title: Samyktotsav Jaysenam Vijaysen Author(s): Amolakrushi Maharaj Publisher: Rupchandji Chagniramji Sancheti View full book textPage 8
________________ कर राय मध्यरथी आय खेचपत तोपीया मणीद्र जय जयधीर संघ हुवा नक्र परमानन्दो फरराय १.१५ मध्यबजारथी १२१ आया १२८ खेचरपत तोषीया मध्यस्त 0000 स्यात आशा ट्रेडडाइ यो जतो ठिर॥ नेठा कहो करसी आयो यह ॥१॥२॥ पाय णाश्चर्य स्थान आज्ञा ट्रेढाइ आजतो ॥आंकडी। नेडा कहां फरसो आपो ३ १०१ शेशे नयधीर संग हुवा नाक परमानन्दी रोशे ताको लाया साचो भरमाइ इहापो पॉप आश्चर्य १११ ११२ ताक लाय सांची भराइ इहायो मिती रेख्या मिली देख्या ११५Page Navigation
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