Book Title: Rajasthan Jain Sangh Sirohi Sankshipta Report
Author(s): Pukhraj Singhi
Publisher: Pukhraj Singhi

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Page 11
________________ शिक्षा-दीक्षा समिति जो विद्यार्थी तथा मुमुक्षी जीवों को शिक्षा-दीक्षा हेतु प्रोत्साहित करने के लिए काम करें तथा विद्याथियों को आधुनिक एवं धार्मिक शिक्षा उपलब्ध कराने में सहायक हो। इस तरह हम सब काम का बंटवारा कर सामूहिक रूप से संकल्प करें तो मैं समझता हूं कि हम समाज व श्री संघ की बड़ी भारी सेवा कर सकेंगे और उससे समाज का उत्थान होगा। संगठन के विचार करने के अलावा मैं एक बात महसूस कर रहा हूं कि हमें राजनैतिक स्तर पर भी अपने को अलर्ट करना चाहिए ताकि हमारे हितों की सुरक्षा तथा मानव व शासन सेवा अच्छे ढंग से हो सके। हमारी यह बातचीत सामूहिक उत्थान की है इसलिए हमको संकल्प कर विविध कार्यों में हमें रुचि लेनी चाहिए और त्याग व सेवा की भावना को प्रदर्शित करना चाहिए। जैन धर्म त्याग व अहिंसा का धर्म है और हम उत्कृष्ट भावना को अपनाएं जिससे मानव समाज की सेवा ही नहीं होगी अपितु हम स्वयं आत्मोत्थान की ओर अग्रसर होंगे। ____ मैं आशा करता हूं कि आप विषय विचारणी समिति में विचार कर समाज, श्री संघ, धर्म, कला एवं संस्कृति के हित में निर्णय लेंगे और तीर्थ रक्षा, धर्म रक्षा एवं संस्कृति रक्षा का कार्य पूर्ण करने के लिए तत्पर रहेंगे। ( ११ ) Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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