Book Title: Rajasthan Jain Sangh Sirohi Sankshipta Report
Author(s): Pukhraj Singhi
Publisher: Pukhraj Singhi

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Page 40
________________ राजस्थान में जैन मंदिर व उपाश्रय, स्थानक आदि अनेक धार्मिक स्थल विद्यमान हैं लेकिन कतिपय स्थान परित्यक्त हैं और कई स्थानों पर पूजा आदि की व्यवस्था नहीं है और कई स्थानों पर सम्पत्ति को क्षति हो रही है । यह स्थिति किसी भी दृष्टि से वांछनीय नहीं है और खेदजनक है । यह सम्मेलन महसूस करता है कि उपरोक्त वणित स्थिति में मंदिरों व संघ की सम्पत्ति की सुरक्षा व सुव्यवस्था के लिए एक समिति का गठन किया जावे। समिति आवश्यक समझे तो क्षेत्रीय उप समितियों का भी गठन करे । अनुमोदक, उगमसी मोदी जालोर प्रस्तावक, मूलचन्द लुणावा सवाई माधोपुर जिले में श्री महावीरजी तीर्थ आया हुआ है और यह जैन श्वेताम्बर पल्लीवाल क्षेत्र में स्थित है । इस तीर्थ में मूलनायक श्री महावीर स्वामी की लाल पाषाण की प्रतिमा है जिसको श्री जोधराज जी पल्लीवाल ने सम्वत 1926 में प्रतिष्ठित कराया था और मंदिर व कटले का निर्माण कराया था । इस तीर्थ को श्वेताम्बर तीर्थ घोषित कराने के लिए श्रीमान् नारायणलाल जी पल्लीवाल ने न्यायालयों में केस किये हुये हैं जो लम्बित हैं और अभी कार्रवाई श्री जैन श्वेताम्बर महावीर जी तीर्थ रक्षा समिति, जयपुर द्वारा की जा रही है । ( ४० ) ! Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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