Book Title: Rajasthan Jain Sangh Sirohi Sankshipta Report
Author(s): Pukhraj Singhi
Publisher: Pukhraj Singhi

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Page 41
________________ यह सम्मेलन महावीरजी तीर्थ जैन श्वेताम्बर आम्नाय का है ऐसी मान्यता है और तीर्थ की रक्षा के लिए जो रक्षा समिति द्वारा प्रयत्न किये जा रहे हैं उसकी सराहना करता है और श्री संघों से निवेदन करता है कि उन्हें हर प्रकार का सहयोग प्रदान करावें । अनुमोदक, शंकरलाल मुणोत ब्यावर प्रस्तावक, के. एल. जैन उदयपुर राजस्थान जैन संघ के प्रणेता उपाध्याय श्री धर्मसागरजी महाराज साहब तथा पन्यास प्रवर श्री अभयसागरजी महाराज साहब तथा प्राचार्य भगवन्त श्री कैलाशसागरजी महाराज साहब का स्वर्गवास होने से उनके प्रति यह सम्मेलन अपनो श्रद्धांजलि अर्पित करता है और उन्होंने अपनी प्रेरणा से इस संस्था का पथ-प्रदर्शन किया है उसके लिए आभार प्रकट करता है। ईश्वर उन दिवंगत श्रात्मानों को शांति प्रदान करे श्रौर संघों को उनकी क्षति वहन करने की शक्ति प्रदान करे । ( ४१ ) अध्यक्ष की ओर से, Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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