Book Title: Pratishtha Shantikkarma Paushtikkarma Evam Balividhan
Author(s): Vardhmansuri, Sagarmal Jain
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 8
________________ ग्रन्थ नाम वर्धमानसूरिकृत ‘आचारदिनकर' तृतीय खण्ड प्रतिष्ठा, शान्तिककर्म, पौष्टिककर्म एवं बलिविधान अनुवादक पूज्या समतामूर्ति श्री विचक्षणश्रीजी म.सा. की प्रशिष्या एवं साध्वीवर्या हर्षयशाश्रीजी की शिष्या साध्वी मोक्षरत्नाश्रीजी सम्पादक डॉ. सागरमल जैन प्रकाशक प्राच्य विद्यापीठ, दुपाड़ा रोड़, शाजापुर (म.प्र.) अ.भा.खरतरगच्छ महासंघ, मुम्बई प्रकाशन सहयोग - श्री रिखबचन्दजी गुलाबचन्द जी सा., झाडचूर परिवार, उपाध्यक्ष पश्चिम क्षेत्र अ.भा.खरतरगच्छ महासंघ, मुम्बई प्राप्तिस्थल (१) डॉ. सागरमल जैन, प्राच्य विद्यापीठ, दुपाड़ा रोड़, शाजापुर (म.प्र.), ४६५००१ (२) सरस्वती पुस्तक भण्डार, हाथीखाना, रतनपोल - अहमदाबाद (गुजरात) प्रकाशन वर्ष - प्रथम संस्करण, फरवरी २००७ मूल्य रु. ८०/- अस्सी रुपया Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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