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क्रम विषय श्लोक पत्र क्रम विषय श्लोक पत्र __ संख्या संख्या
संख्या संख्या ८६ संवरणा (शामरण)
९४ अथ प्रतिष्ठा मुहूर्त १६८-७१ २२ पांच से पचिश घंटा
९५ प्रतिष्ठा मंडप १७२-७३ तककी
१५६ २१ ९६ यज्ञकुंड आहुति ८७ स्वयंभू बाम एवं
संख्यासे यज्ञकुङका रत्नलिङ्ग मानसे न्यु
प्रमाण
१७४-७८ नाधिक का दोष नहि
९७ सर्वतोभद्र मंडल घटितलिङ्ग शास्त्रविधि
भद्र मंडळ १७९ २३ प्रमाण से बनाना १५७-५८ २१ ८८ देवपुर का प्रमाण
९८ सूत्रधार स्थपति ८९ भिन्नदोष १५९.
पूजन सत्कार अन्य ९० मानसे अधिक या
कर्मकार पूजा १८२-८३ २४ हस्व दीर्घ वक्र होवे
९९ यजमाने प्रार्थना छेद भेद के जातिभेद
करनी सुत्रधारके या हीनमान का दोष
आशिर्वचन १८४ २४ महाभय उपजाती है १५९-६० २१ १०० गुरु मार्ग से सर्व ९१ प्रतिमा मान प्रमाण
ज्ञानका भेद प्राप्त (१) द्वार का प्रमाणसे
होता है
१८५ प्रतिमा प्रमाण (२)
१०१ अनेक शास्त्रो का प्रासाद या गर्भगृह
अभ्याससे पदार्थकी का मानसे प्रतिमा
सिद्धि होती है १८६ २४ प्रमाण
१६१-६४ २१ १०२ सुत्रधार क्षेत्र-खेताका ९२ प्रतिमा द्रष्टि स्थान १६५-६६ २२ पुत्र नाथजीने ये ९३ देवता पद स्थापन
प्रासाद मञ्जरीकी विभाग
१६७ २२ रचनाकी ग्रंथ प्रशस्ति १८७ २४