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नेमिनाथ चरित्र वहींपर उपस्थित थे। उसी समय एक प्रौढ़ा स्त्री आकाशसे उतरकर वहाँ आयी। और उसने वसुदेवसे कहा :--"हे कुमार ! मेरा नाम धनवती है। मेरे बालचन्द्रा और वेगवती नामक दो कन्याएं हैं। इनमेंसे बालचन्द्रा आपसे विवाह करनेके लिये लालायित है । वह दिनमें न खाती है, न रातको ही उसे निद्रा आती है। यदि आप मेरे साथ न चलेंगे, तो आपकी वियोगाग्निमें वह अपने प्राण त्याग देगी।"
वसुदेवने गुरुजनोंके सामने उसकी इन बातोंका कोई उत्तर न देकर, समुद्रविजयकी ओर देखा। समुद्रविजयने कहा :-“हे भाई! यह शुभ कार्य है, इसलिये मैं तुम्हें सहर्ष जानेकी आज्ञा देता हूँ। किन्तु पहलेकी तरह वहाँ अधिक समय न बिता.देना !" ___बड़े भाईकी आज्ञा मिल जाने पर वसुदेव उन्हें प्रणाम कर धनवतीके साथ आकाशगामी वाहन द्वारा गगनवल्लभ नगरमें जा पहुंचे। वहॉपर बालचन्द्राके पिता काञ्चनदंष्ट्रने, जो विद्याधरोंके राजा थे, उनका