Book Title: Narbhavdrushtantopnaymala
Author(s): Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 155
________________ 148 : : नरभवदिटुंतोवनयमाला विनयविमलगणि कविराज थया ने तेओना शिष्य श्रीधीरविमलगणि पंडित थया तेओना शिष्य में (नयविमले) आ (आठमा दृष्टांतनी) योजना करेल छ // 23 // // इति श्रीमत्तपागणगगनांगणदिनमणिभट्टारकश्रीमदानन्दविमलसूरीश्वरसुशिष्यपण्डितहर्षविमलगणिशिष्यपण्डितजयविमलगणिविनेयपण्डितकीतिविमलगणिशिष्यपण्डित. विनयविमलगणिशिष्यपण्डितधीरविमलगणिसुगुरुपादारविन्दचञ्चरीकायमाणपण्डितनय विमलगणिरचितायां नरभवदृष्टांतोपनयमालायां कूर्मनामाऽष्टमो दृष्टान्तः सम्पूर्णः // 8 //

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