Book Title: Mahopadhyay Yashvijay ke Darshanik Chintan ka Vaishishtya
Author(s): Amrutrasashreeji
Publisher: Raj Rajendra Prakashan Trust
View full book text ________________ सन्दर्भ सूची 01. जैन धर्मदर्शन और भारतीय दर्शन, पृ. 3 02. वही 03. जैन तर्क भाषा 04. बौद्ध दर्शन 05. न्यायबिन्दु, उद्धृत-जैन धर्म दर्शन और भारतीय दर्शन 06. तत्त्वार्थसूत्र, 5/29 07. अन्योगव्यवच्छेदिका 08. वही 09. तत्त्वार्थसूत्र, 5/29 10. वही, 5/30 11. द्रव्यगुण पर्याय रास, ढाल-9, गाथा 3, 9 12. नय रहस्य, पृ. 90 13. अध्यात्मसार मिथ्यात्वत्याग अधिकार 14. विशेषावश्यक भाष्य, गाथा 1557 15. विशेषावश्यक भाष्य टीका, पृ. 668 16. पश्चिमी दर्शन, पृ. 106 17. ब्रह्मसूत्र शंकर भाष्य, 3/917 18. वही, 1/1/2 19. अध्यात्मसार, मिथ्यात्वत्यागाधिकार, गाथा 18 20. वही, गाथा 29 21, वही, गाथा 34 22. विशेषावश्यक भाष्य, 1671 23, अध्यात्मसार, मिथ्यात्वत्यागाधिकार, गाथा 40 24. वही, गाथा 42 25. वही, गाथा 44 26. उत्तराध्ययन सूत्र, 20/37 27. वही, 20/48 28. अध्यात्मसार-मिथ्यात्वत्यागाधिकार, गाथा 57 29. वही, गाथा 58 30. वही, गाथा 58 562 38. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
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