Book Title: Mahopadhyay Yashvijay ke Darshanik Chintan ka Vaishishtya
Author(s): Amrutrasashreeji
Publisher: Raj Rajendra Prakashan Trust

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Page 680
________________ आचार्य जयंतसेन सूरि क्षु. जिनेन्द्रवर्णी 98. जैन आगम साहित्य : एक अनुशीलन 99. जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश भाग-2 100. जैन दर्शन : मनन और मीमांसा 101. तत्त्वार्थाधिगम सूत्र राज राजेन्द्र प्रकाशन ट्रस्ट, वी.सं. 2520 अहमदाबाद वि.सं. 2051 भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली प्रथमावृत्ति ई.सन् 1971 सन्मति ज्ञानपीठ प्रकाशन, आगरा ई.सन् 1966 मुनि नथमलजी उमास्वाति महाराज 102. तत्त्वार्थ हारिभद्रीय टीका हरिभद्र सूरि 103. तैतिरीयोपनिषद् * 104. तत्त्वार्थ राजवार्तिक 105. श्री दशवैकालिक सूत्र भट्टाकलंक देव श्री शय्यंभव सूरि कृत श्रीमद् यशोविजय जैन संस्कृत द्वितीय वृत्ति पाठशाला, महेसाणा वि.सं. 2036 सन् 1979 ऋषभदेवजी केशरीमलजी जैन वी.सं. 2462 श्वेताम्बर संस्था गीताप्रेस, गोरखपुर भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, काशी ई.सन् 1957 श्री गुरु रामचन्द्र प्रकाशन समिति, वि.सं. 2058 भीनमाल पंडित सुखलालजी सन्मान समिति, वी.सं. 2483 गुजरात विद्यासभा भद्र, अहमदाबाद वि.सं. 2013 ई.सन् 1957 हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद ई.सन् 1941 - 106. दर्शन और चिंतन . भाग 1-2 पंडित सुखलालजी के हिन्दी लेखों का संग्रह 107. दर्शनशास्त्र का इतिहास महोपाध्याय पंडित गोपीनाथ कविराज -108. दशवैकालिक सूत्र गणधर रचित साधुमार्गीय जैन संस्कृति रक्षक संघ, सैलाना, मध्यप्रदेश श्रीमद् विजय राजेन्द्रसूरि . श्री राज राजेन्द्र प्रकाशन ट्रस्ट, अहमदाबाद 109. देववंदनमाता वि.सं. 2060 110. दंडक गजसार मुनि वि.सं. 2053 श्री राज राजेन्द्र प्रकाशन ट्रस्ट अहमदाबाद 111. द्रव्यास्तिकाय 112. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका आचार्य कुन्दकुन्द सिद्धसेन दिवाकर श्री परमश्रुत प्रभावक मंडल, आगास वि.सं. 2025 विजय लावण्य सूरि ज्ञानमंदिर, ई.सन 1977 बोटाद 113. द्रव्यानुयोग तर्कणा भोजकवि विरचित वी.सं. 2432 593 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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