Book Title: Mahopadhyay Yashvijay ke Darshanik Chintan ka Vaishishtya
Author(s): Amrutrasashreeji
Publisher: Raj Rajendra Prakashan Trust

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Page 681
________________ महोपाध्याय यशोविजय श्री जैन धर्म प्रसारण ट्रस्ट, सूरत / 114. द्रव्यगुण पर्याय रास भाग 1-2 वी.सं. 2531 वि.सं. 2061 ई.सन् 2003 115. द्वादशार नयचक्रम श्री मल्लवादि क्षमाश्रमण विरचित श्री लब्धिसूरि जैन ग्रंथमाला, छाणी, वडोदरा प्रथमावृत्ति वी.सं. 2486 वि.सं. 2016 वि.सं. 2062 मुनि यशोविजयगणि दिव्यदर्शन ट्रस्ट, कलिकुंड / 116. द्वात्रिंशक द्वात्रिंशिका भाग 1-7 117. धर्म संग्रहणी 118. ध्यान शतक 119. धर्मसंग्रह का गुजराती भाषान्तर, भाग-1 120. ध्यान योग एवं कर्ममीमांसा 121. न्यायालोक 122. न्याय सिद्धान्त मुक्तावली, भाग 1-2 123. नय रहस्य आचार्य हरिभद्रसूरि आचार्य हरिभद्रसूरि उपाध्याय यशोविजयगणि संशोधक दिव्य दर्शन ट्रस्ट, धोलका वि.सं. 2048 दिव्य दर्शन कार्यालय, अहमदाबाद वि.सं. 2030 वी.सं. 2482 वि.सं. 2012 जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूं / दिव्य दर्शन ट्रस्ट, धोलका श्री अंधेरी गुजराती जैन संघ, मुम्बई वि.सं. 2052 . . उपाध्याय यशोविजय श्री विश्वनाथ पंचानन . भट्टाचार्य विरचित महोपाध्याय यशोविजय 124. नयचक्रसार श्री वाचनक देवचन्दजीकृत साध्वी डॉ.धर्मशीला 125. नमो सिद्धाणं पद समीक्षात्मक परिशीलन 126. नयविमर्श द्वात्रिंशिका श्री अंधेरी गुजराती जैन संघ, मुम्बई . वी.सं. 2510 वि.सं. 2040 श्री मुणोत मेघमाला खौगढ, म.प्र. प्रथमावृत्ति वि.सं. 1985 द्वितीयावृत्ति वि.सं. 2018 श्री उज्ज्वल धर्म ट्रस्ट, एम.एस. प्रथमावृत्ति जैन संघ, अयनावरम 2000-2001 श्री सुशील सूरि जैन ज्ञानमंदिर, वी.सं. 2509 सिरोही, राजस्थान वि.सं. 2039 श्री जैन साहित्यवर्धक सभा, वी.सं. 2473 भावनगर वि.सं. 2003 ई.सन् 1946 श्री जैन श्रेयस्कर मंडल, महेसाणा वी.सं. 2514 वि.सं. 2044 श्रीमद् विजय सुशीलसूरि 127. नयवाद श्री धुरन्धर विजयजी म. 128. नवतत्त्व प्रकरण सार्थ डॉ. मफतलाल जे. शाह 594 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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