Book Title: Mahopadhyay Yashvijay ke Darshanik Chintan ka Vaishishtya
Author(s): Amrutrasashreeji
Publisher: Raj Rajendra Prakashan Trust

Previous | Next

Page 676
________________ मोतीचंद गिरधरलाल कपाड़िया महावीर जैन विद्यालय, मुम्बई 30. आनन्दघनजी ना पदो (भाग 1-2) वीर सं. 2508 वि.सं. 2038 ई.सन् 1981 आदर्श साहित्य संघ, नई दिल्ली सन् 2003 31. आर्हती दृष्टि समणी मंगलप्रज्ञा 32. आध्यात्मिक विकास आचार्य जयंतसेन सूरि की भूमिकाएँ एवं पूर्णता 38. आत्मध्यान के अवसर पर पू. कीर्तियश सूरि म.सा. वि.सं. 2054 वी.सं. 2514 वि.सं. 2058 राज राजेन्द्र प्रकाशन ट्रस्ट, अहमदाबाद सन्मार्ग प्रकाशन, रिलिफ रोड, अहमदाबाद जैन आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, राजस्थान 34. आवश्यक सूत्र जोरावरमलजी महाराज विरचित अनुवाद वी. 2527 वि. 2057 ई. 2001 35. आवश्यक नियुक्ति टीका हरिभद्र सूरि कोठारी धार्मिक ट्रस्ट, मुम्बई वि.सं. 2038 आवश्यक सूत्र नियुक्ति भद्रबाहु स्वामी निर्णय सागर मुद्रणालय, मुम्बई वी.सं. 2491 37. आप्त मीमांसा स्वामी समंत भद्राचार्य विशारद निर्णय सागर प्रेस, मुम्बई 38. आचारांग टीका श्री शीलांकाचार्य श्री सिद्धचक्र साहित्य प्रचारक सन् 1935 समिति, बम्बई * :39. आनंदघन चौबीसी मुनि सहजानन्दघन श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, कर्णाटक ई. सन् 1989 40. आधुनिक हिन्दी काव्य डॉ. विश्वनाथ गोड नन्दकिशोर एण्ड सन्स, वाराणसी प्रथमावृत्ति में रहस्यवाद 1961 42. आगम शब्द कोष आचार्य तुलसी, जैन विश्व भारती, लाडनूं वि.सं. 2037 युवाचार्य महाप्रज्ञ राजस्थान ई.सन् 1980 42. आनन्दघन ग्रंथावली महताबचन्द खारैड विशारद विजयचंद जरगड, जयपुर सं. 2031 48. ईशोपनिषद् गीताप्रेस, गोरखपुर 44. इसिभासियाई अनु. मनोहर मुनि सुधर्मा ज्ञानमंदिर, कांदावाड़ी, मुम्बई 45. उपदेश रहस्य महोपाध्याय यशोविजयजी श्री अंधेरी गुजराती जैन संघ, मुम्बई वि.सं. 2039 प्रथमावृत्ति वि.सं. 2061 द्वितीयवृत्ति 46. उपाध्याय यशोविजय साध्वी डॉ. प्रीतिदर्शनाजी श्री राजेन्द्रसूरि जैन शोध संस्थान वि.सं. 2066 का अध्यात्मवाद उज्जै न, म.प्र. ई.सन् 2009 589 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690