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सखिहाया इ मारने हैं।
TE TEE र कार के करके ही बोल्ट का “ ; ཨ ཁཾ་ཀེ ལྷ་ཀཱཡ་ ཨུ ཨུལུ་ ཨཱ་ལེ་ཚ ཛི ༔ - अ . ! मनु- पकार के प्रार्यधुक जान
, शादी। सधियी सलीम छोड़ दी।
---ा है. स्नेह तो जीते लेता है काश) लोहा
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(परई के कोई वाह वालियों इत्याधिकिर पड़ता है। सीता गुन्हें हम जोर लेकर राम-हाय हाम। तपको बम की सिकोच की उस आवत ! बरसान हर्ष मोहि तेहि ओर बढ़ाजत । होकत है इत माहि किये वेतन जनु भन्दा !
हरिचन्दन लम लगत अंग सिमपरस्सअनदा | বিলা-ই অঃ দাখিী ? দু দু মা, স্ত্র की जाति सा चमकता परसा लिए है, आग की लव की तरह ऊपर जा लपेटे है. भारी टांगों को चढ़ा बढ़ा कर ऐसा चलता है मानों धरती धबड़ाई जाती है । यह तो आ पहुचा। राम---निनुबन के इक डोर यही गुपति मुनिराई।
दरलत अमित महात्म तेज लाहलसमझाई । बलत मन मिति एक सप तप तेज प्रखंडा !
भयः सिमिटि एक पिच बोररल सन प्रचंडा॥ ६ अचरज ले ) पावन बेद म अनशामा!
कीन्हें जरात भयंकर मामा घोर मंड गुन सूति माहीं। वेद सरिस लवाहों ।