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કાલલોક-સર્ગ ૩૧
चरकी
८१ एकाशी पदनो वास्तु
विदारिका
४
सू
आ
अ
आप
सावित्र
अर्यमा
आपवत्स
सविता
पृथ्वीधर
वैवस्वत
ब्रह्मा
य
रुद्रदास
मैत्रगण
जय
पा
शो
|
अ
।
पापा
पूतना
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