Book Title: Lakshya Banaye Safalta Paye Author(s): Chandraprabhsagar Publisher: Pustak Mahal View full book textPage 9
________________ इस पुस्तक से... लक्ष्य को आंखों में बसाकर ही अर्जुन ने कभी चिड़िया की आंख को, तो कभी मछली की आंख को बेधने में सफलता पाई थी । क्षेत्र चाहे व्यवसाय का हो या साधना का, शिक्षा का हो या संस्कार का, विकास का हो या विज्ञान का, दृष्टि लक्ष्य पर हो, तो लक्ष्य अवश्य सिद्ध होगा। आपके जीवन में सफलता का सूर्योदय अवश्य होगा। आखिर आप भी अपने कर्म क्षेत्र के अर्जुन हैं। जिन तत्वों को अपनाकर अर्जुन सफल हुए या दुनिया के अन्य महानुभाव जीवन और जगत के क्षेत्र में हर ओर विजयी हुए, तो आप और हम क्यों नहीं हो सकते? Jain Education International For Personal & Private Use Only श्री चंद्रप्रभ www.jainelibrary.orgPage Navigation
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