Book Title: Kaise Banaye Aapna Career
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 18
________________ उसने कहा, मेरे पास जो पैसा आता है, मैं उससे या तो अपनी पढ़ाई करता हूँ या अपनी माँ की सेवा में खर्च करता हूँ। मैंने आपसे स्वाभिमान का गुण सीखा है इसलिए आप मुझे वही कहिए जिससे मेरा स्वाभिमान खंडित न हो। ___ आज उस बच्चे को सरकारी नौकरी भी मिल गई है, उसका विवाह भी हो गया है। वह खुद भी सरकारी नौकरी में है और उसकी पत्नी भी। अब उनकी जिंदगी रफ्तार से चल रही है। अगर आप भी अपने लिए सौ प्रतिशत प्रयास करते हैं तो एक-न-एक दिन अवश्य सफल हो सकते हैं। कार्य को कीजिए इस तरह कि असफलता असंभव हो जाए। सफलता के लिए संघर्ष कीजिए। संघर्ष सफलता की कसौटी है। वक़्त बीत जाता है, पर संघर्ष हमें सफलता के शिखर पर पहुँचा ही देता है। हम अपना सफल केरियर बनाएँ, इसके लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है : बेहतरीन शिक्षा। एक तो शिक्षा यह कि आप सदा अपने विचारों का अवलोकन करते रहिए, क्योंकि ये विचार ही बीज का काम करते हैं। इन्हीं से वाणी बनती है। अपनी वाणी पर निगरानी रखिए क्योंकि वाणी ही व्यवहार को आधार देती है। व्यवहार का सदा मूल्यांकन करते रहिए क्योंकि व्यवहार ही चरित्र को निर्मित करते हैं। चरित्र को अपने जीवन की पूंजी बनाइए। चरित्र तो वह ज्योति है जो सूर्यास्त हो जाने के बावजूद व्यक्ति को रोशन रखती है और अपने प्रकाश का अहसास करवाती रहती है। शिक्षा विचारों की भी हो, जीवन जीने की हो और एज्युकेशन से जुड़ी हो। शिक्षा सफलता की बुनियाद है। आज तो उच्च शिक्षित व्यक्ति के लिए कंपनी स्वयं ऑफर देती है। लड़का सी.ए. और एम.बी.ए. पास करके निकलता है और उसी के साथ उसके लिए पैकेज तैयार है। विकास की तेज रफ़्तार के चलते केरियर के नये रास्ते खले हैं। फिर भी प्रयास तो स्वयं को ही करना होता है। आज से 17 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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