Book Title: Kaise Banaye Aapna Career
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 28
________________ आत्मविश्वास । आप भी अपने हनुमान बनें और अपने आपको दें नई ज़िंदगी नई संजीवनी । आखिरी बात, कैरियर बनाने का पाँचवाँ मंत्र है, 'बेहतर प्रजेन्टेशन' । अपना प्रस्तुतीकरण बेहतरीन रखें। शांति, विश्वास, विनम्रता और विश्वास से भरा इंसान और उसका सद्व्यवहार किसी भी महान् कैरियर के बीज की तरह है। अच्छी सोच रखिए और अच्छा नज़रिया भी । स्फूर्ति, उमंग और ऊर्जा से भरपूर नज़र आइए। आपके रहन-सहन, तौर-तरीके, बोलचाल, वाणी-व्यवहार की स्पष्ट छाप सब पर पड़नी चाहिए। लोगों के दिलों को जीतने की कला जीवन में लाइए। बड़े लोगों को प्रणाम, नमस्कार अवश्य कीजिए। उनके पाँव छूएँ । हमेशा मुस्कुरा कर बात करें । आपका व्यवहार हर हमेशा प्रेमपूर्ण और मधुर होना चाहिए - सभी के साथ। सम्मानपूर्ण और आत्मीयतापूर्ण वातावरण बनाएँ । जीवन के चक्के में विनम्रता का तेल डालिए। कभी भी किसी से झगड़ा न करें। अगर आप शहद इकट्ठा करना चाहते हैं तो मधुमक्खी के छत्ते को डंडा न मारें । क्रोध को अपने काबू में रखिए अन्यथा कैरियर चौपट हो जाएगा। गलत सोहबत और गलत आदतें भी कैरियर को प्रभावित करते हैं, उनसे बचें । अच्छा साहित्य पढ़ें, दुर्व्यसनों को छोड़ें। अपने जीवन की धाराओं को बदलें ऊँची सोच रखिए और ऊँचे सपने भी । सावधान, ऊँचे सपनों का मतलब शेख चिल्ली न बन बैठें। जो भी सपने देखें, उन्हें पूरा करने के लिए प्राणपण से कटिबद्ध रहें । सपने देखो यानी महान् लक्ष्य बनाओ और उसे पूरा करने के लिए लगन से मेहनत करो। आगे बढ़ते हुए लोगों से हमेशा प्रेरणा लो और ख़ुद आगे बढ़ो। चाँद के सपने देखने वाला अगर दिल से मेहनत करेगा, तो भले ही चाँद-सितारों तक न भी पहुँच पाए, पर किसी-न-किसी शिखर तक तो अवश्य पहुँच जाएगा, कुछ-न-कुछ फूल तो अवश्य ही खिला लेगा । Success Jain Education International 27 - For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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