Book Title: Jinkrupachandrasurishwar Charitram Author(s): Jaysagarsuri Publisher: Jaysagarsuri View full book textPage 3
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra अमदावादमां श्री खरतरगच्छनी ॥ १ ॥ %% % % *% *% *%-15% *%* दादासाहेबनी पोळमां मूळनायक महाराज श्री शांतिनाथजीनुं देरासर छे, तथा बीजुं श्री आदीश्वरजी महाराजनुं देरासर छे, अने देरासरनी बाजुमां श्री खरतरगच्छ युगप्रधान श्री जिनदत सूरीश्वरजीनुं गुरुमंदिर छे. ते देरासर तथा गुरुमंदिरनो वहीवट अमदावादनो खरतरगच्छ संघ करे छे. गुरुमंदिरना अंदरना चोकमां दादा साहेबनी पोळमां उपाश्रयनुं वारणं पडे छे. बीजा दादासाहेबनी पोळमां खरतरगच्छनां जे मकानो छे, अने भाडे आपेला छे, तेना भाडवादनां नाम तथा म्यु. नंबर तथा भाडानी रकमनी बीगत - भाडवातनुं नाम. केशवलाल दलीचंद सांकलचंद ताराचंद केशवलाल शीवलाल मीखाभाई छगनलाल चंदुलाल गोकळदास वाडी फेडरेशन हाईस्कुल रूपीआ. १०८) १०९) १०९) ११२) १६१) ७२०) www.kobatirth.org. नंबर. ३६३ तेनी साज सुधारनुं मकान छे, अने तेनो तथा आपणो करो मझीयारो छे. 212 그들의 212 तेनी पछीत शेठ माकुभाई मनसुखभाईना मकानोमां पडे छे, अने तेमां जैन भोजनशाळा छे. तेनी पछीत नवावासमां पढे छे, अने एक बारी जैन भोजनशाळामां पड़े छे. For Private And Personal Use Only Acharya Shri Kallassagarsuri Gyanmandir मील्कतनी नौष । ॥ १ ॥Page Navigation
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