Book Title: Jinkrupachandrasurishwar Charitram
Author(s): Jaysagarsuri
Publisher: Jaysagarsuri

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Page 2
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org अमदावादमां श्री खरतरगच्छ संघनी मालीकीनी स्थावर मील्कतनी नोंध | संवत् १९९५ ना कारतक शुदि १. अमदाबादमां श्री खरतरगच्छ संघनी स्थावर मील्कतनी नोंध नीचे मुजब छे, जे श्रीमद् आचार्य महाराज श्री कृपाचंद्रसूरीश्वरजीना चरित्रमां छपाववा आप्युं छे. खरतरनी खडकीमां खरतरगच्छनो उपाश्रय, जेनो म्यु. नं. २६८१ नो छे, ते उपाश्रय घणाज जूना चखतनो एटले चारसोथी पांचसो वरस पहेलांनो छे, जेनी अंदर खरतरगच्छना मुनि महाराजो अने साध्वीजीओ उतरता हता, पण उतरवानी घणीज अगवडता पडवाथी खरतरगच्छ संघे संवत् १९८४ नी सालमां आंवली पोळना सामे कोटावाळा शेठ पासेथी मकान बेचाण लईने त्यां मुनि महाराजोने उतरवानुं राख्युं, ते हालमां श्री खरतरगच्छ जैन धर्मशाळाना नामे ओळखाय छे. तेनो म्यु. नं. २८३७ थी छे. तेमां उपाश्रयना नीचे ओटला उपर एक दुकान काढीने भाडे आपवामां आवी छे. तेनुं भाई बरस १ ना रू. ४२ ) शा. पोपटलाल डाह्याभाई घीवाळा पासेथी आवे छे. त्रीजो उपाश्रय दादा साहेबनी पोळमां संवत् १९७९ नी सालमां बंधावेलो छे, तेमां हालमां साध्वीजीओ उतरे छे. तेनो म्यु. नं. छे. For Private And Personal Use Only Acharya Shri Kallassagarsuri Gyanmandir

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