Book Title: Jain Sadhna Paddhati me Dhyana yoga
Author(s): Priyadarshanshreeji
Publisher: Ratna Jain Pustakalaya

View full book text
Previous | Next

Page 549
________________ ५१. ५२. ५३. ५४. ५५. ५६. ५७. ( क ) ४८८ (ख) Jain Education International लेशयति-श्लेषयतीवात्मनि जननयनानीति लेश्या अतीव चक्षुराक्षेपिका स्निग्ध दीप्त रूपा छाया। उत्तराध्ययन बृहत्वृत्ति पत्र ६५० उद्धृत श्री पुष्करमुनि अभिनन्दन ग्रन्थ (पं. खण्ड ) ४७१ एसो पंच नमस्कार (मुनि नथमल) पृ. ७६-७७ श्री पुष्करमुनि अभिनन्दन ग्रन्थ ( खण्ड ५) पृ. ४६५-४६६ तपसा निर्जरा च । आत्मनो ज्ञानादि गुणानां तत्कर्म क्षयादितो लाभः। भगवतीसूत्र वृत्ति ८/२, उद्धृत जैन धर्म में तप (मिश्रीमलजी म. ) पृ. ६८ परिणाम तववसेण इमाई हुंति लद्धीओ। तत्त्वार्थ सूत्र ९/३ प्रवचनसारोद्धार, द्वार २७०, गा. १४९५ कइविहाणं भंते । लद्धी पण्णत्ता ? गोयमा । दसविहा लद्धी पण्णत्ता, तंजहा१ णाण लद्धी, २. दंसण लद्धी, ३. चरित्त लद्धी, ४. चरित्ता-चरित्त लद्धी, ५. दाण लद्धी, ६. लाभ लद्धी, ७. भोग लद्धी, ८. उवभोग लद्धी, ९. वीरियलद्धी, १०. इंदिय लद्धी । णाणलद्धी..... पंच विहा पण्णत्ता, तंजहा- अभिणिबोहियणाणलद्धी, जाव केवलणाण ली। अण्णाणलद्धी - तिविहा पण्णत्ता, तंजहा मइ - अण्णाण लद्धी सुयअण्णाणलद्धी विभंगणाणलद्धी । दंसण लद्धी तिविहा पण्णत्ता, तंजहा सम्मदंसणलद्धी, मिच्छा- दंसणलद्धी, सम्ममिच्छादंसणलद्धी । चरित लद्धी पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा- सामाइयचरित्त लद्धी जाव अहक्खायचरित्तलद्धी । चरित्ताचरित्तलद्धी एगागारा पण्णत्ता एवं जाव उवभोग लद्धी एगागारा पण्णत्ता । वीरिय लद्धी तिविहा पण्णत्ता, तंजा - बालवीरियलद्धी, पंडियवीरियलद्धी बालपंडियवीरिय लद्धी । इंदिय लद्धी पंचविहा पण्णत्ता, तंजहा- सोइंदिय लद्धी जाव फासिंदिय लद्धी । भगवइ (सुत्तागमे ) ८/२ तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतेवासी बहवे निग्गंथा भगवंतो अप्पेगइया आभिणिभोहियणाणी जाव केवलणाणी अप्पेगइया मणबलिया वयबलिया कायबलिया अप्पेगइया मणेणं सावाणुग्गह- समत्था ३ अप्पेगइया खेलोसहिपत्ता एवं जल्लोसहि, जैन साधना का स्वरूप और उसमें ध्यान का महत्त्व For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648 649 650