Book Title: Jain Sadhna Paddhati me Dhyana yoga
Author(s): Priyadarshanshreeji
Publisher: Ratna Jain Pustakalaya

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Page 629
________________ नन्दीसूत्र : देववाचक क्षमा श्रमण (टी. मलयगिर्याचार्य) आगमोदय समिति, सूरत नियमसार (हिंदी, गुजराती अनुवाद), श्री कुंदकुंदाचार्य, श्री हिंमतलाल जैन, श्री मगनलाल जैन, श्री सेठी दिगंबर जैन ग्रंथमाला, बंबई, प्रथम, १९६० १९२३ निशीथ सूत्रम (चूर्णि) (भा. १, २, ३, ४ ), श्री जिनदास महत्तर, सन्मति ज्ञान पीठ, आगरा, प्रथम, १९५७ नंदीसूत्रम (सटीक) : श्री आत्मारामजी म. सा., आ. श्री आत्माराम जैन प्रकाशन समिति, लुधियाना, प्रथम, १९६६ न्यायदर्शन: गौतम, मिथिला विद्यापीठ प्रधानेन प्रकाशितम्, वाराणसी, १९६७ तत्त्वसार : वीर राघवाचार्य, १९७७ तत्त्वार्थ सूत्र : उमा स्वाती (सुखलालजी संघवी ), जैन संस्कृति संशोधन मंडल, हिंदू विश्वविद्यालय, बनारस, द्वितीय १९५२ तत्त्वार्थाधिगम्सूत्रम् ः उमास्वामी, कपूरचंद ताराचंद, जावाल (सौराष्ट्र) प्रथम, १९५५ तैत्तिरीयोपनिषद : शाङ्करभाष्य, गीता प्रेस, गोरखपुर, सप्तम २०१९ तैत्तिरियारण्यकम् (दि. भा. ) : कृष्णयजुर्वेदीय, आश्रन्दाश्रम मुद्रणालय, तृतीय, १९६९ दशाश्रुतस्कन्ध सूत्रम् : आ. श्री आत्मारामजी महाराज साहेब (अनुवादक), जैन शास्त्रमाला कार्यालय, लाहोर, प्रथम, १९३६ दसवैयालियसुत्तं उत्तरज्झयणाई आवस्सयसुत्तं : भदंतविजय (सं. पुण्यविजयजी मुनि), श्री महावीर जैन विद्यालय, बंबई (महाराष्ट्र), प्रथम. १९७७ दसवेआलीयं (बीओ भाग) : आचार्य तुलसी, जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा, कलकत्ता, सं. २०२० दसवेयालियसुत्तं, उत्तराज्झयणाई आवस्सयसुत्त, सिरिसेज्जभवधेरभदंत एवं अठोगयेरभदंत, महावीर जैन विद्यालय, बंबई, १९७७ दशवैकालिकसूत्रम् : आत्मारामजी म. जैन शास्त्रमाला कार्यालय, लाहौर, प्रथम, १९४६ दशवैकालिक सूत्रम् : टीकाकार हरिभद्रसूरि, नगीनभाई घेलाभाई जव्हेरी, ४२६ जव्हेरी बाजार, बम्बई, १९१८ पंचास्तिकाय : श्री कुंदकुंदाचार्य, श्रीमद्राजचंद्र आश्रम, अगास, तृतीय, वि. सं. २०२४ ५६८ Jain Education International जैन साधना का स्वरूप और उसमें ध्यान का महत्त्व For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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