Book Title: Jain Sadhna Paddhati me Dhyana yoga
Author(s): Priyadarshanshreeji
Publisher: Ratna Jain Pustakalaya

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Page 645
________________ महापुराण (मराठी अनुवाद सहित) : आचार्य जिनसेन, सेठ लालचंद हिराचंद श्री जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सोलापूर (महा.) प्रथम, १९७५ __महावीर की साधना का रहस्य : मुनि नथमल, आदर्श साहित्य संघ प्रकाशन, १९७५ ई. स. श्री महावीर चरित्रम् : श्रीमद गुणचंद्र सूरिवर्य, देवचंद्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार संस्था, जव्हेरी बाजार-मुंबई, १९२९ मुक्तिदूत : श्री वीरेंद्रकुमार जैन, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, द्वितीय, १९४७, १९५० मुक्ति सोपान गुणस्थान - रोहण अटीशत द्वारी : अमोलक ऋषिजी म. सा., राजा बहादुर लालाजी, श्री सुखदेव सहायजी, ज्वालाप्रसादजी, द. हैदराबाद, प्रथम, १९१५ मोक्ष शास्त्र अर्थात् तत्त्वार्थ सूत्र : कुंदकुंदाचार्य - गुजराती टा. रामजी माणिकचंद दोशी, श्री जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ (सौराष्ट्र), द्वितीय, वि. सं. २४४५ मोक्ष शास्त्र अर्थात् तत्त्वार्थ सूत्र : श्री उमास्वामी आचार्य, श्री दिगंबर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ़ (सौराष्ट्र) मंत्र-योग : डॉ. चमनलाल गौतम, संस्कृति संस्थान, बरेली (उ. प्र.) १९७३ मंत्र-शक्ति : डॉ. रुद्रदेव त्रिपाठी, गोयल एंड कंपनी, दरिबा, दिल्ली, द्वितीय, १९७९ मृत्यु और उस पर विजय : श्री अरविंद, अदिती कार्यालय, पांडिचेरी-२, इ. स. . १९६५ योगानुभव सुखसागर : योगविंशिका : श्री हरिभद्र सूरिकृत (टीकानुवाद), श्रीमद् बुद्धि सागर सूरि ज्ञानमंदिर, विजापुर (उ. गुजरात), वि. सं. १९९७ योगशास्त्रम् : हेमचंद्राचार्य (सोपज्ञम्), श्री धर्मशक्ति प्रेमसुबोध ग्रंथमाला, अहमदाबाद, १९७२ योगसार : श्रीमद योगीन्दुदेव - विरचित, डॉ. आ. ने उपाध्ये, प्राध्यापक, राजाराम कॉलेज, कोल्हापुर, १९६० योगशास्त्रम् स्वोपज्ञविवरण सहितम : हेमचंद्राचार्य, श्री धर्म भक्ति प्रेम सुबोध ग्रंथमाला, अहमदाबाद, १९७२ योगप्रदीप : न्यायविशारद न्यायतीर्थ उपाध्याय श्री मंगलविजयजी महाराज, हेमचंद सवचंद शाह, कलकत्ता, प्रथम, वि. सं. १९९६ योग एक चिंतन : उपाध्याय श्री फुलचंद्र 'श्रमण', आ. श्री आत्माराम जैन प्रकाशन समिति, लुधियाना ५८४ जैन साधना का स्वरूप और उसमें ध्यान का महत्त्व Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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