Book Title: Jain Sadhna Paddhati me Dhyana yoga
Author(s): Priyadarshanshreeji
Publisher: Ratna Jain Pustakalaya

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Page 632
________________ विशेषावश्यक भाष्य (प्रथम) श्री जिन भद्गणि क्षमाश्रमण रचित एवं कोट्याचार्यकृत वृत्ति, डॉ. नथमल टाटिया, रिसर्च इन्स्टिट्यूट ऑफ प्राकृत जैनालाजी और अहिंसा, वैशाली (बिहार) १९७२ विशेषावश्यक भाष्यम् (भाग १ अंश १, २) दिव्यदर्शन कार्यालय, काहुशीनी पोल, अहमदाबाद, वि. सं. २४८६ विशेषावश्यक भाष्यम् (भाग - २ मूल) जिनभद्रगणि, दिव्यदर्शन कार्यालय, अहमदाबाद, वि. सं. २४८६ विशेषावश्यक भाष्य -१ : श्री जिनभद्रगणि, प्राकृत विद्यापीठ, वैशाली(बिहार) १९७२ विसुद्धिमग्ग (मूल) : आ. बुद्धघोष, बौद्धभारती, वाराणसी, प्रथम, १९७७ विशुद्धि मार्ग (भाग - १, २ हिंदी), आचार्य बुद्धघोष (भिक्षु धर्मरहित), महाबोधि सभा, सारनाथ, वाराणसी, ई. स. १९५६-१९५७ वैशेषिक दर्शनम् : श्री कणाद मुनि, मणिलाल इच्छाराम देसाई, दि गुजरात प्रिंटिंग प्रेस, मुंबई, वि. सं. १९६९ वैदिक योगसूत्र : पं. हरिशंकर जोशी, चौखंबा संस्कृत सिरीज ऑफिस, वाराणसी, वि. सं. २०२४ यजुर्वेद : श्रीपाद दामोदर सातवलेकर स्वाध्याय मंडल, औंध, (सातारा) वि. सं. १९८४ रायपसेणीय सूत्र : टी. घासीलालजी म. सा., अ. भा. श्वे. स्था. जैन शास्त्रोद्धार समिति प्रमुख शांतिलाल मंगलदासभाई, अहमदाबाद, प्रथम, १९६५ शतपथ ब्राह्मणम् : सायणाचार्य - भाष्यकार, चौखम्बा संस्कृत सीरीज ऑफिस, वाराणसी, द्वितीय, इ. स. १९६४ शिव संहिता : डॉ. चमनलाल गौतम, संस्कृति संस्थान, बरेली, (उ. प्र.) द्वितीय १९७५ श्वेताश्वतरोपनिषद : शंकराचार्य, गीता प्रेस, गोरखपुर, द्वितीय, सं. २००० षट्खंडागम : श्री भगवान पुष्पदंत भूतबली प्रणीत, जैन श्राविकाश्रम, सोलापूर, १९६५ - षखंडागम : श्रीवीरसेनाचार्य - धवल टीका समन्वित :, श्रीमन्त सेठ शिताबराय लक्ष्मीचंद जैन-साहित्योद्धारक फंड कार्यालय, विदिशा (म. प्र.) १९५८ षट्खंडागमः (चतुर्थखंड वेदनानामधेये) कृति अनुयोगोद्धारकः श्री भगवत्पुष्पदंत भूतबलि, श्रीमंत सेठ शिताबराय लक्ष्मीचंद, जैन साहित्योद्धारक फंड कार्यालय, अमरावती. ई. सं. १९४९ जैन साधना पद्धति में ध्यान योग ५७१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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