Book Title: Jain Hitechhu 1911 Book 13
Author(s): Vadilal Motilal Shah
Publisher: Vadilal Motilal Shah

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Page 313
________________ EN JAN . m ARTNER, २ दुसरा सर्ग. . भ्रमण भारतमें करती हुई, ___विविध सुन्दर दृश्य विलोकती, नृपतिमंडलके नृपकन्यका __“जब तपोवनमें नमके गईयुवक देख पडा उमको वहां.. ___ बुधशिरोमणि, धार्मिक, धैर्यवान्, चतुर, भक्त, विनीत, सुबुद्धिमान , ___ अति मनोहर, सुन्दर, सत्ववान. प्रमुद देख उसे इसको हुआ, ___वर लिया मनमें इसने उसे; फिर बिदा गह आश्रमसे गई। ____ जनक शोभित था इसका जहां. FINA.

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