Book Title: Jain Hitechhu 1911 Book 13
Author(s): Vadilal Motilal Shah
Publisher: Vadilal Motilal Shah

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Page 327
________________ NEEREYASEASEASESS 63925AERRY35APER PANCS 369.. MALIC अत्यन्त ही दैन्य लगी दिखाने बोली “ यहां छोड मुझे न जाओ, प्राणेश ! ले साथ चलो, मुझे भी___ इच्छा बडी है वन देखनेकी.” । यों वाक्य बोले तब सत्यवान जा वल्लभे मातपिता जहां है. आज्ञा उन्हींसे गह आ, हमारे-- हो साथ लेना फिर शौकसे तू गई वहां मातपिता जहां थे ____ आज्ञा रिसीभांति विनीत होके लेली उन्होंकी, वनको सिधाने प्राणेशके संग, महाशयाने तैयार बाला पतिसँग जाने ____ हो, आगईशीघ, लगी न देरी . हुए खाना तब दम्पती ये, दोनों निभाते निज धर्मको ही. 2 287927 (JaLONLINJAL3. 2527 RYAL.. A BA २३ WHEAChie

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