Book Title: Itihas Ke Aaine Me Navangi Tikakar Abhaydevsuriji Ka Gaccha
Author(s): Bhushan Shah
Publisher: Mission Jainatva Jagaran
View full book text ________________ 9) शिलालेखः ॐ।। सं. 1293 फागुण सुदि 11 शनौ ठ. जसचंद्रभआर्या ठ. चाहिणदेवि तत्पुत्र महं पेथड तत् (द्) भार्या महं ललतू तत्पुत्र ठ. जयतपाल भार्या आमदेवि ठ. जयतपालेन पितृमातृश्रेयोर्थं श्रीमहावीरस्य जीर्णोद्धारः कृतः प्रतिष्ठितः नवाङ्गवृत्तिकारसंतानीय श्रीहेमचंद्रसूरिशिष्यैः श्रीधर्मघोषसूरिभिः।।छ।। 10) आदिनाथसपरिकरः सं. 1302 (वर्षे) मार्ग वदि 9 शनौ........... संतानीय श्रीरूद्रपल्लीय श्रीम(दभ) यदेवसूरिशिष्याणां श्रीदेवभद्रसूरीणामुपदेशेन मं. पल्ल पुत्र मं. चाहड पुत्र्या थेहिकया श्रीमदादिनाथबिंब सपरिकर आत्मश्रेयोऽर्थं कारितं (प्रतिष्ठितं) च श्रीमद्देवभद्रसूरिभिरेव।। ___11) नेमिनाथः संवत् 1302 श्रीमदर्बुदमहातीर्थे देवश्रीआदिनाथचैत्ये कांतालज्ञातीय ठ. उदयपाल पुत्र ठ. श्रीधर प्रणयिन्या ठ. नागा पुत्र्या ठ. आंब देवसिंह जनन्या वीरिकया खत्तकसमेतं श्रीनेमिनाथबिंबं आत्मश्रेयोऽर्थ कारितं प्रतिष्ठितं रुद्रपल्लीय श्रीदेवभद्र-सूरिभिरेव।। 12) ऋषभनाथ-पञ्चतीर्थीः 1 सं. 1305 आषाढ सुदि 10 श्रीऋषभनाथ प्रतिमा श्रीजिनपतिसूरिशिष्यश्रीजिनेश्वरसूरिभिः प्रतिष्ठिता ग्रामलोक श्रावकेण कारिता। 13) सुमतिनाथ-पञ्चतीर्थीः सं. 1305 आषाढ़ सुदि 10 श्रीजिनपतिसूरिशिष्यैः श्रीजेनेश्वरसूरिभिः सुमतिनाथ (?) प्रतिमा प्रतिष्ठिता कारिता साक. लोलू श्रावकेण।। 14) अरनाथ-पञ्चतीर्थीः सं. 1305 आषाढ़ सूदि 13 श्रीजिनपतिसूरिशिष्यैः श्रीजिनेश्वरसूरिभिः 9. संभवनाथ जिनालय, देरणाः अ. प्र. जे. ले. सं. भाग 5, लेखांक 638 10. विमलवसही, आबूः प्रा. जै. ले. सं., भाग 2, लेखांक 210 11. विमलवसही, आबूः प्रा. जै.ले.सं., भाग 2, लेखांक 209 12. निर्ग्रन्थ, अंक 1 घोघानी मध्यकालीन धातुप्रतिमाओ 13. चिन्तामणिजी का मंदिर, बीकानेर : ना. बी. लेखांक 142 14. चिन्तामणिजी का मंदिर, बीकानेर : ना. बी. लेखांक 143 15. चिन्तामणिजी का मंदिर, बीकानेर : ना. बी. लेखांक 145 इतिहास के आइने में - नवाङ्गी टीकाकार अभयदेवसूरिजी का गच्छ /123
Loading... Page Navigation 1 ... 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177