Book Title: Itihas Ke Aaine Me Navangi Tikakar Abhaydevsuriji Ka Gaccha
Author(s): Bhushan Shah
Publisher: Mission Jainatva Jagaran
View full book text ________________ 84) वासुपूज्य-पञ्चतीर्थीः सं. 1400 वर्षे वैशाख सुदि 10 रवौ उपकेशज्ञा. माए...... भा. धांधलदेवि द्वि.भा. कणकूश्रेयोर्थं वणसिंहेन श्रीवासुपूज्यबिंब का. प्र. रुद्रपल्लीयपक्षे श्रीसूरिभिः।। 85) पार्श्वनाथ - पञ्चतीर्थीः सं. 1408 वैशाख सुदि 5 उपकेश साधु पेथड़ भार्या वील्हू सुत महं. बाहड़ेन पूर्वजनिमित्तं श्रीपार्श्वनाथबिंब कारितं प्रतिष्ठितं खरतरगच्छे श्रीजिनचंद्र-सूरिभिः।। 86) राजगृहगतपार्श्वनाथमंदिर-प्रशस्तिः 1) प.।। ॐ नमः श्रीपार्श्वनाथाय।। श्रेयश्रीविपुलाचलामरगिरिस्थेयः स्थितिस्वीकृतिः 84. जैन मंदिर, ऊँझा : जै. धा. प्र. ले. सं., लेखांक 191 85. चिन्तामणिजी का मंदिर, बीकानेर : ना. बी. लेखांक 417 86. पार्श्वनाथ मंदिर, राजगृहः पू. जै., भाग-1, लेखांक 236 ; प्रा. जै. ले. सं. भाग 2, लेखांक 380 ( इतिहास के आइने में - नवाङ्गी टीकाकार अभयदेवसूरिजी का गच्छ /137 )
Loading... Page Navigation 1 ... 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177