Book Title: Himalay Digdarshan
Author(s): Priyankarvijay
Publisher: Samu Dalichand Jain Granthmala

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Page 56
________________ ----------------HH.: बद्रीनाथ - स्तुति १ सरस शुद्ध विशाल केवल भविक गंगा चरण सेवे २ विश्व सुमरन करत निशदिन श्री विष्णु ब्रह्मा करत स्तुति ३ निकाय चार करत सेवा सकल मुनिजन करत जय जय ४ सीता द्रौपदी गणेश शारद अनन्तज्ञान अनन्त वीर्य ५ विष्णु ब्रह्मा चंवर ढोले अनन्त सुख साम्राज्यशाली ६ निरंजन एक देव शोमे भरत पाण्डव करत स्तुति श्री बद्रीनाथजी नाम सुन्दर कोटि तीर्थ कृतेतु पुण्यं ज्ञान मन्दिर शोभितम् । श्री बद्रीनाथ महेश्वरम् ॥ ध्यान घरत शिषेश्वरम् । श्री बद्रीनाथ महेश्वरम् ॥ देव देवी सवी मिली । श्री बद्रीनाथ महेश्वरम् ॥ नारदादिक सेवितम् । श्री बद्रीनाथ महेश्वरम् ॥ बुद्धादिक देवो मिली । श्री बद्रीनाथ महेश्वरम् || कैलास शिखरोपरि । श्री बद्रीनाथ महेश्वरम् ॥ सकल पाप विनाशकम् । सकल मंगलदायकम् ॥ जय बद्रीनाथकी । Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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