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१ एंगेचउरसे कहेता एक चोखुणा. १ एगेपरिमंमले कहेतां एक खा आकार.
१ एगेमणे कहेतां एक मन. . . १ एगेवए कहेतां एक वचन. १ एगेकाए कहेतां एक काया.
१ धर्म और कर्म किस प्रकारसे होय सो कहते है, धर्म तो यात्मनावें शुरू जला पयोगें होवे जर कर्म अशुध उपयोगें तथा शुनाशुन्न नावें होता है, जैसी करणी याने प्रक्रिया तैसा कर्म हुवै जेर धर्म तो अक्रियारूप है, जैसा शुछ उपयोगकी वृद्धि होवे वैसा
| धर्म पिण वृद्धिवान होता है.
연 생생
Romar