Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 05
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy

View full book text
Previous | Next

Page 591
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir • ५७६ . भारत-भैषज्य-रत्नाकरः [गुल्म سه سه (२३) गुल्माधिकारः कषाय-प्रकरणम् ७९७६ रनुहीक्षीरस० सोपद्रव वातज गुल्ममें ७१७८ शट्यादि क्वा० गुल्म घृतम् अत्यन्त प्रभावशाली • ७२०४ शताहादि क. रक्तगुल्म ८५३० हपुपादि घृतम् वातगुल्म, शूल, अफारा ८५३१ हिङ्वाद , , , " चूर्ण-प्रकरणम् ८५३४ , , सोपद्रव गुल्म, शल ७३३१ श्यामादि योगः गुल्म रस-प्रकरणम् ७८५९ सूरणादि क्षारः प्रवृद्ध गुल्म ७८७१ सैन्धवादि योगः ५ दिनमें गुल्मको नष्ट 0 ७५३३ शंखद्रावः गुल्म, शूलादि करता है । (सरल योग). ७८८४ सौवर्चलायं " , कफ, श्वास ७५३७ , गुल्म चूर्णम् गुलम ७५३९ ७८९० स्वर्जिकादि , गुल्म, प्लीहा, ग्रहणी ७५४१ शंखद्राव रसः गुल्म, प्रान्थ, शूलादि क्षारयोगः वातज गुल्म ७५५१ शंखवटी ५ प्रकारका गुल्म, अ८४८४ हिङ्गुनवकं चू० सोपद्रव गुल्म, शूल जीर्णादि ८४८६ ,, पञ्चकं , गुल्म ७५५५ , ,, गुल्म, शूलादि ८४९० हिङ्ग्यादि , गुम, विसूचिका, उदर ७५८७ शिखिवाडवरसः वातज गुल्म रोग ७५९९ शिलाजतुयोगः , , ८७०७ क्षारद्वयादि , समस्त गुल्म, उदररोग ८१९७ सर्वेश्वर रसः रक्त, गुल्म ८७११ क्षारादि योगः रक्त गुल्म ८२०३ , , वातज तथा पित्तज गुल्म, मलावरोध,अग्निमांद्य, ज्वर, गुटिका-प्रकरणम् कफ, वायु ७९०८ सैन्धवादि गुटि पित्तज गुज्म ८७४७ क्षारवटी गुल्म, शूल, अरुचि ७९१४ स्वर्जिका वटी गुन्म नाशक सरल योग मिश्र-प्रकरणम् घृत-प्रकरणम् ८३९३ सामुद्रादिवर्तिः मल तथा अपान वायुका ७९७५ स्नुहीक्षीराय रुकना घृतम् गुल्म, उदर गेग, गर विष ८६९७ हिग्वादि योगः गुल्म, उदावर्त शूल For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633