Book Title: Bhagvana Rushabhdev Diwakar Chitrakatha 002
Author(s): Subhadramuni, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 4
________________ छ mor 1000001 Jain Education International 20% आप एक अलौकिक महान् पुत्र की माता बनोगी। 03 नाभिराय की रानी थी-मरूदेवी। आषाढ़ कृष्णा चौथ की शान्त रात्रि में महारानी मरूदेवी ने शयनकक्ष में सोते समय १४ विलक्षण और महत्वपूर्ण स्वप्न देखे। शुभ स्वप्न देखकर वे जाग उठीं और नाभिराय के पास आकर बोलीं। महाराज ! मैंने कुछ विलक्षण स्वप्न देखें हैं उनका क्या फल होगा? COM 2 For Private & Personal Use Only Mas www.jafnelibrary.org

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