Book Title: Bhagvana Mahavira Diwakar Chitrakatha 009 010
Author(s): Purnachandramuni, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 30
________________ करुणानिधान भगवान महावी पृथ्वी पर वर्धमान अपने मित्रों के साथ ज्ञातखण्ड वन में खेल रहे थे। TUN Mwi जो उस वृक्ष पर सबसे पहले चढ़ जाएगा, वही विजयी होगा। वह मायावी देव काले नाग का रूप बनाकर पेड़ के तने से लिपट गया और फुंकारने लगा। FERNAN भागो ! भागो ! काला नाग फुंकार रहा है। ion Intemational 28 F kwz और सांप को फुर्ती से पकड़कर मैदान में एक तरफ ले जाकर झाड़ियो में छोड़ दिया। 24ta बच्चे एक साथ दौड़े। वर्धमान सबसे पहले पहुँच कर वृक्ष पर चढ़ गये। वर्धमान ने ऊपर से सीधे नीचे छलांग लगाई www For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.dig

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