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10. 11.
दशरथमुनि उग्रादित्य
ग्रंथ नाम अनुपलब्ध कल्याणकारक
8 वीं श. 8 वीं श.
संस्कृत संस्कृत
धनञ्जय
धनञ्जय निघंटु (अनेकार्थ नाममाला) विषापहारस्त्रोत
13.
सोमदेव
यशस्तिलक चम्पूकाव्य
10वीं
14.
महेन्द्र
द्रव्यावली
11 वीं
15.
दुर्गदेव
1032 ई.
प्राकृत
16.
आचार्य हेमचन्द्र
रिष्ट समुच्चय (मरणकण्डिका) अर्धकांड अभिघानचिंतामणि. अनेकार्थ संग्रह, देशीनाम माला, निघण्टु शेष
अपभ्रंश
1088 से 1173 ई. तक
अनुपलब्ध अप्रकाशित कायचिकित्सा प्रस्तावना 20/85 उपलब्ध प्रकाशित अष्टांग वर्द्धमान पार्श्वनाथ शास्त्री द्वारा
आयुर्वेद सम्पादित, सोलापुर, 1940 आयुर्वेदिक धनञ्जयमाला - अंतिम अध्याय श्लोक औषधियों के 20 तीर्थकर महावीर और उनकी नाम (वनस्पति आचार्य परम्परा, भाग - , -डा.
विषयक) नेमीचंद्र शास्त्री, पृ.8 उपलब्ध प्रकाशित भोजन नियम श.प्रा.वि. प्रतिष्ठान जोधपुर व आनन्दाश्रम
प्रेस पूना से प्रकाशित, निर्णयसागर प्रेस,
मुम्बई- 1903 " अप्रकाशित औषधि द्रव्यों जैन आयुर्वेद साहित्य का इतिहास - डॉ.
का संग्रह राजेन्द्र भटनागर पृ. 90 " प्रकाशित शकुन/अपशकुन सिंधी जैन ग्रंथ सीरीज - मुनि
विषयक जिनविजयजी विषयक उपलब्ध निघण्टु शेष वनस्पति कोष 1968 में संस्कृति विद्यामंदिर प्रकाशित
अहमदाबाद से निघण्टु शेष टीका सहित प्रकाशित, वीर शासन के प्रभावक
आचार्य-पृ. 97-98 " अप्रकाशित चरक संहिता प्रियंव्रत शर्मा - आयुर्वेद का वैज्ञानिक
की व्याख्या इति. पृ. 97-98 उपलब्ध . " हाथी, घोड़ा जैन ग्रन्थावली पृ. 361
आदि पशु
चिकित्सा अनुपलब्ध " अश्व, गज मैसूर आर्कियोलाजिकल सर्वे रिपोर्ट
चिकित्सा 1921, पृ. 22 - 23 काय चिकित्सा जैन धर्म का प्राचीन इतिहास -
भाग -2, पृ. 334 उपलब्ध
अष्टांग संग्रह जैनमठ मूठबद्री ग्रंथागार में ग्रंथ क्रंमाक
200 (अपूर्ण)
17.
जिनदास
वैद्यक ग्रंथ (नाम अप्राप्त)
12 वीं श.
संस्कृत
18.
दुर्लभराज
"
1158 लगभग
गजप्रबन्ध, गजपरीक्षा, तुरंग प्रबन्ध, पुरुष-स्त्री लक्षण, स्वान शास्त्र, शकुन शास्त्र अश्वविद्या- गजविद्या
19.
मारसिंह
961-914 ई.
कन्नड़
अर्हत् वचन, जुलाई 2000
कीर्ति वर्मा
• गौवैद्यक
1125 ई.
सोमनाथ कवि
कल्याणकारक
1140 ई.