________________
१६ / ३
लद्धिय
१७/३
निवड
१८ / १
चरमसरीरी
१८/२ अट्ठावयतित्थ
१८/३ कर- तंतुय
१८/४ अच्चब्भुयचरिउ
१८/४ वासि
१९ / १
चक्काहिवनिम्मिय
१९/१ वन्न - पमाणि
२०/१ परवाइय-मयगल
२०/१ मडप्फर
२०/१ आइउ
२० / ४ २१/३ सिवरज्जि
केवललच्छि
Jain Education International
[61]
प्राप्त करी
निबिड
जेनो अंतिम जन्म छे ते; हवे पछी अजन्मा
अष्टापदतीर्थ
(सूर्य - ) किरणरूपी दोरी
अति-अद्भुत चरित्र वाळा
निवास माटे
चक्रवर्ती निर्मेल
वर्ण (रंग) प्रमाणे
परवादी रूप हाथी
गर्व, दर्प
हठ
केवलज्ञाननी लक्ष्मी
शिव (मोक्ष) नुं राज्य
X
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org