Book Title: Agam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 12
________________ विषय पृष्ठाङ्क क्रमाङ्क २३ अक्षपाटक और अक्षपाटकमें रही हुई वस्तुओंका वर्णन २४ स्तूप का वर्णन २५ सुधर्मसभाका वर्णन २६ जिन पडिमाके स्वरूपका निरूपण २७ उपपातसभाका वर्णन २८ उपपातके अनन्तर सूर्याभदेवका चिन्तन सामानिकदेवके कथनानुसारसे सूर्याभदेवका कार्य करना ३० सूर्याभदेवका इन्द्राभिषेकका वर्णन ३१ सूर्याभविमानका देवों द्वारा के सजीकरणका वर्णन ३२ सूर्याभदवके इन्द्राभिषेक आदिका वर्णन ३३ सूर्याभदेवके गन्धइत्यादि धारण करनेका वर्णन ३४ सूर्याभदेवके अलङ्कारधारण करना इत्यादिका वर्णन ३५ सूर्याभदेवके कार्यक्रमका वर्णन ३६ सूर्याभदेव कृत प्रतिमापूजा चर्चा ३७ सूर्याभदेवका सुधर्मसभा प्रवेश आदिका निरूपण ३८ सूर्याभदेवकी स्थिति विषयमें गौतमस्वामीका प्रश्न ४९८-५०४ ५०५-५१८ ५१९-५४४ ५४५-५४९ ५५०-५५८ ५५९-५६५ ५६६-५६९ ५७०-५८८ ५८९-६०६ ६०७-६१२ ६१३-६१९ ६२०-६२४ ६२५-६५२ ६५३-६८० ६८१-७०३ ७०४-७०६ समाप्त શ્રી રાજપ્રશ્રીય સૂત્ર: ૦૧

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