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C651052151015TOTSITE विद्यानुशासन BASIRISTOTRIOSISTRICKS इस मंत्र से सफेद आक की रूई की बत्तीवाले दीपक में रात्री के समय मनुष्य को तेल जलाकर देखने से पृथ्वी से महा हुआ धन दिखता है।
संयुक्ता हरयाजिष्णुः सूक्ष्म बिंदु युतः स्थितः,
मंत्रो रींकार युतयो मध्ये चंद्रमसोरसौ ॥३१॥ हरय में आजिष्णु (ऊ) में सूक्ष्म बिंदु (अनुस्वार) और ईकार लगाकर उसे बीच में चंद्र बिंदु सहित औकार लगाए।
सिद्धं लक्ष जपात्तेन सलाजै मधुरै स्त्रिभिः सहस्रं जहूयात्सद्यः सुरवेन निधि मुद्धरेत
॥३२॥ ह्या ह्यी मु ह्यौं हौं हः अंगाणि इस मंत्र को एक लाख जाप से सिद्ध करके धान की खोल और त्रिमधुर से एक हजार हवन करे तो सुख से खजाने को खोद ले।
यस्यामेकेन यदा स्थित्वा प्यायंतियक्षिणो,
नियतं निधिर्गर्भासा भूमिा वा पादा हता ध्वनंति ॥३३॥ यहाँ एक पाँव से ठहरकर यक्षिणी का ध्यान करे और यदि वहाँ पैर मारने से शब्द निकलने लगे तो जानना चाहिये कि वहाँ पृथ्वी में धन है।
प्ररोहस्या प्ररोहोना रोहोना कदा दर्शनात्,
तस्याधस्ता द्विजानीया निधि स मंतः स्थितं भूम्यां ॥३४॥ जहाँ पर बोया हुआ बीज न उगे और बिना बोया हुआ पौधा उग जाए तो उस पृथ्वी में धन जानना चाहिए।
गुजंक मंदार शिफा सिताक्र्क सूत्रे भिदान, गज मलक वक मृत चीर वसा कुकुंट चूडादि भिईर्शयन्निधि भूविर्ति
॥३५॥ गुंजा (चोटली) मंदार (आक) की शिफा जड़ और सफेद आक के धागे. (इमदान) हाथी का मद गज मलक (हाथी का मैल) वक (काक पक्षी) मृतचोर (मरे हुए पुरुष) का कपड़ा )वसा) चर्बी (कुर्कुट चूड़ादि) मुरगे की चोटी आदि की पृथ्वी में खजाना दिखाने वाली बत्ती बनाकर पृथ्वी का धन देखे। SSIODIOTSPIDEREST2151365९७३ DISTRIDDISTRISTOISODDESS