Book Title: Veer Ekadash Gandhar Puja
Author(s): Vijayvallabhsuri
Publisher: Granth Bhandar
View full book text
________________
वन्दे श्रीवीरमानन्दम्। ॥ अथ श्रीवीरएकादशगणधरपूजा ॥
॥दोहा॥ व, श्री अरिहंतको, सिद्ध सकल भगवंत । सूरी पाठक प्रेमसे, नमन करूँ मुनि संत ॥१॥ शासन नायक वीरजी, गुरु गौतम गणधार । नमन करी पूजा रचूँ, गणधर पद सिरिकार ॥२॥ श्रीगुरु आतमरामजी, विजयानंद सुकंद । ज्ञान विमल आलंबने, वल्लभ हर्ष अमंद ॥३॥ जिनवर वाणी भारती, गणधर हद जिम गंग । निर्मल धारा शारदा, दीजे अति उछरंग ॥४॥ सिद्धारथ-कुल-चंद्रमा, त्रिशलानंदन वीर । धीर वीर गंभीर हे, जगदावानल नीर ॥५॥ पठी सुदि आषाढकी, च्यवन कल्याणक जास । चैत्र सुकल तेरस भली, जन्म कल्याणक तास ॥६॥
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com

Page Navigation
1 ... 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42