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( मोह मायाना करना रे.-चाल )* मोह मिथ्या तिमिर मिटाना रे,
प्रभु वीर वचन जग भाना ॥ अंचली। इंद्र वरुण यम कुबेर आदि, ___मायोपमा किस जाना। याज्ञिक जावे स्वर्गलोकमें,
यह भी वेद वखाना रे-प्रभुवीर० ॥१॥ इसी कारण संशय मन आयो, . दीसे नहीं गीग्वाना। वीर कहे सुनो मौर्यपुत्र तुम, __ प्रत्यक्ष देव पिछाना रे-प्रभु० २॥ हम तुम सन्मुख बैठ हैं देखो,
संशय दूर भगाना। वेद वचन मायोपम जानो,
देव अनित्य कहाना रे-प्रमु० ३॥ . कल्याणक जिन देव प्रभावे,
भुवि मानो देव आना। शेष कालमें स्वर्ग सुखोंमें,
मन कारण नहीं आना रे-प्रभु०॥४॥ ___ + यदि इसको सोरठमें गाना चाहो तोभी गा सकते हो।
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